फूलो-झानो आशीर्वाद योजना: झारखंड की महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता की नई राह

परिचय

झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही फूलो-झानो आशीर्वाद योजना राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए एक सराहनीय पहल है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, अवैध शराब बिक्री से दूर रखना और उन्हें आजीविका के सम्मानजनक साधन प्रदान करना है। यह योजना सामाजिक बदलाव और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है, जो ग्रामीण परिवेश में रहने वाली महिलाओं को एक नई पहचान देने का कार्य कर रही है।

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना

योजना का उद्देश्य

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना योजना की शुरुआत का प्रमुख उद्देश्य उन महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ना है जो पहले अवैध शराब के कारोबार से जुड़ी हुई थीं। सरकार चाहती है कि ये महिलाएं अब सम्मानजनक और वैध काम करके न केवल अपना जीवन यापन करें बल्कि समाज में एक सकारात्मक उदाहरण भी बनें।

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार के लिए आर्थिक मदद दी जाती है, जिससे वे खुद का छोटा व्यवसाय शुरू कर सकें। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का जरिया बनती है, बल्कि सामाजिक बुराइयों से दूर रहने की प्रेरणा भी देती है।

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना

योजना की शुरुआत और नामकरण

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना योजना का नामकरण झारखंड की दो वीरांगनाओं – फूलो और झानो – के सम्मान में किया गया है, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया था। इन दोनों बहनों की वीरता और बलिदान आज भी झारखंड के जनजातीय समाज में प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्हीं के नाम पर यह योजना महिलाओं के संघर्ष और सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई है।


मुख्य विशेषताएं और लाभ

  1. आर्थिक सहायता:
    फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के तहत लाभार्थी महिलाओं को ₹1 लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे छोटा व्यापार जैसे पापड़ बनाना, सब्जी बेचना, मुर्गी पालन, सिलाई-कढ़ाई जैसे कार्य शुरू कर सकें।
  2. व्यवसायिक प्रशिक्षण:
    महिलाओं को योजना के अंतर्गत व्यवसाय शुरू करने के लिए जरूरी प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाता है।
  3. बैंक खाते में डायरेक्ट लाभ:
    सभी आर्थिक सहायता सीधे लाभार्थी महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
  4. समाज में सम्मान:
    जो महिलाएं पहले अवैध शराब जैसे असामाजिक कार्यों में लिप्त थीं, उन्हें अब समाज में एक सम्मानजनक स्थान मिलने लगा है।
  5. महिला सशक्तिकरण:
    फूलो-झानो आशीर्वाद योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर देती है।

पात्रता (Eligibility Criteria)

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता शर्तें निर्धारित की गई हैं:

  • महिला झारखंड की मूल निवासी होनी चाहिए।
  • पहले वह महिला अवैध शराब व्यापार में शामिल रही हो।
  • महिला की आर्थिक स्थिति कमजोर होनी चाहिए।
  • लाभार्थी महिला की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
  • महिला किसी अन्य सरकारी योजना से समान लाभ न ले रही हो।

आवेदन प्रक्रिया

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना का आवेदन प्रक्रिया मुख्य रूप से ऑफलाइन होती है और इसे ब्लॉक कार्यालय या ग्राम पंचायत स्तर पर पूरा किया जा सकता है।

आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़:

  • आधार कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • बैंक खाता विवरण
  • पूर्व में अवैध शराब कारोबार में संलिप्त होने का प्रमाण/रिपोर्ट
  • प्रशिक्षण प्रमाण पत्र (यदि पहले से प्राप्त है)

आवेदन कैसे करें?

  1. नज़दीकी पंचायत सचिवालय या ब्लॉक ऑफिस से फॉर्म प्राप्त करें।
  2. सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ फॉर्म भरें।
  3. संबंधित अधिकारी को जमा करें और प्राप्ति रसीद लें।
  4. सत्यापन के बाद पात्र महिलाओं को योजना से जोड़ा जाता है।

सरकार की सोच और प्रयास

झारखंड सरकार का यह प्रयास समाज के उन वर्गों तक पहुंचने की कोशिश है जो अक्सर योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। फूलो-झानो आशीर्वाद योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं देती, बल्कि एक नई शुरुआत का मौका देती है। यह योजना एक सामाजिक सुधार का उदाहरण है, जिसमें न केवल महिलाओं को आर्थिक सहयोग मिलता है, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान भी मिलती है।


निष्कर्ष

फूलो-झानो आशीर्वाद योजना झारखंड सरकार की एक दूरदर्शी पहल है जो महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मजबूत कदम है। यह योजना उन महिलाओं के जीवन में नया उजाला लेकर आई है, जो कभी गलत रास्तों पर थीं लेकिन अब अपने श्रम और आत्मबल से सम्मानजनक जीवन जी रही हैं। आने वाले समय में यह योजना और अधिक महिलाओं के लिए प्रेरणा बनेगी और झारखंड को एक सशक्त राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q. फूलो-झानो आशीर्वाद योजना क्या है?
A. यह झारखंड सरकार की एक योजना है जो पहले अवैध शराब कारोबार में संलिप्त महिलाओं को स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

Q. इस योजना में कितनी राशि मिलती है?
A. पात्र महिलाओं को ₹1 लाख तक की सहायता दी जाती है।

Q. योजना का लाभ पाने के लिए कौन पात्र है?
A. झारखंड की वे महिलाएं जो पहले अवैध शराब व्यवसाय में थीं और अब वैध व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं।

Q. आवेदन कहां करें?
A. आवेदन पंचायत या ब्लॉक स्तर पर किया जा सकता है।

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